राजभाषा कीर्ति पुरस्कार योजना वर्ष 2021-22

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राजभाषा कीर्ति पुरस्कार योजना वर्ष 2021-22

राजभाषा कीर्ति पुरस्कार योजना वर्ष 2021-22 – केंद्र सरकार के मंत्रालयों/ विभागों/ सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों/ स्वायत्त निकायों/ सरकारी क्षेत्र के बैंकों एवं वित्तीय संस्थाओं द्वारा प्रकाशित हिन्दी गृह-पत्रिकाओं के लिए योजना.

सं.11014/08/2022-रा.भा.(पत्रिका)
गृह मंत्रालय
राजभाषा विभाग

एनडीसीसी-2 भवन, चौथा तल,
जय सिंह रोड, नई दिल्ली
दिनांक: 1 अप्रैल 2022

कार्यालय ज्ञापन

विषय : केंद्र सरकार के मंत्रालयों/ विभागों/ सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों/ स्वायत्त निकायों/ सरकारी क्षेत्र के बैंकों एवं वित्तीय संस्थाओं द्वारा प्रकाशित हिन्दी गृह-पत्रिकाओं के लिए राजभाषा कीर्ति पुरस्कार योजना वर्ष 2021-22

केंद्र सरकार के मंत्रालयों/ विभागों/ सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों/ स्वायत्त निकायों/ सरकारी क्षेत्र के बैंकों वित्तीय संस्थाओं आदि द्वारा राजभाषा हिन्दी के अधिकाधिक प्रचार-प्रसार के लिए समय-समय पर हिन्दी गृह पत्रिकाएं प्रकाशित की जाती हैं।

2. राजभाषा विभाग के संकल्प सं. 11034/48/2014-रा.भा.(नीति), दिनांक 25 मार्च, 2015 के अनुपालन में हिन्दी गृह-पत्रिकाओं को स्तरीय बनाने और उन्हें प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से राजभाषा विभाग द्वारा केंद्र सरकार के संगठनों द्वारा प्रकाशित हिन्दी गृह पत्रिकाओं के लिए पुरस्कार योजना के अंतर्गत प्रत्येक वर्ष प्रत्येक भाषाई क्षेत्र यथा ‘क’, ‘ख’ तथा ‘ग’ में दो-दो पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं । हिन्दी दिवस समारोह में इन पुरस्कारों के अंतर्गत शील्ड और प्रमाण पत्र प्रदान किए जाते हैं । इस योजना के अंतर्गत नकद पुरस्कार देय नहीं हैं ।

3. इस पुरस्कार योजना के पात्रता की न्यूनतम अर्हताएं इस प्रकार हैं :-

(क) पत्रिका में कम से कम 40 पृष्ठ होने चाहिए ।

(ख) हिन्दी में पृष्ठों की संख्या कुल मुद्रित पृष्ठों की संख्या का कम से कम 80% होना चाहिए ।

(ग) पत्रिका के 1 अप्रैल, 2021 से 31 मार्च, 2022 की अवधि के दौरान कम से कम 2 अंक प्रकाशित होने चाहिए । राजभाषा विभाग की वेबसाइट पर उपलब्ध लिंक “ई-पत्रिका पुस्तकालय” पर अपलोड ई-पत्रिका भी इस पुरस्कार के लिए पात्र है ।

मूल्यांकन पद्धति

4. राजभाषा विभाग के दिनांक ३1 अक्तूबर, 2016 के संकल्प में पत्रिका के मूल्यांकन के लिए अधिकतम 130 अंक रखे गए है । इन अंकों का विवरण इस प्रकार है :-

क्र.सं मद अंक
1. पत्रिका की राजभाषा को बढ़ावा देने में उपयोगिता 20
2. सरकारी कामकाज में उपयोग 30
3. भाषा, शैली एवं प्रस्तुतिकरण 20
4. विन्यास, साज-सज्जा, कागज की गुणवत्ता एवं म॒द्रण-स्तर 20
5. आंतरिक कार्मिकों द्वारा लेखों का अनुपात 10
6. छपे लेखों की मौलिकता 30
  कुल अंक 130

5 ऐसे समस्त मंत्रालय/ विभाग/ सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम/ स्वायत्त निकाय/ सरकारी क्षेत्र के बैंक और वित्तीय संस्थाओं के मुख्यालय, जो इस पुरस्कार के लिए प्रार्थना पत्र देने के इच्छुक है तथा पैरा 03 में उल्लिखित आता की न्यूनतम शर्ते पूरी करते हैं, दिनांक 01/04/2021 से 31/03/2022 के बीच की अवधि में प्रकाशित अथवा राजभाषा विभाग की वेबसाइट पर उपलब्ध लिंक ‘ई-पत्रिका पुस्तकालय’ पर अपलोडेड गृह पत्रिका के श्रेष्ठ दो अंको की 5-5 प्रतियों के साथ संलग्न प्रपत्र (अनुलग्नक) में वांछित सूचना पूर्ण व स्पष्ट रूप से भर कर अंतिम तिथि 31 मई, 2022 तक राजभाषा विभाग को भेजने की कृपा करें |

(मंजुला सक्‍सैना)
निदेशक (पत्रिका)

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