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Premature retirement by Defence Officers

GOVERNMENT OF INDIA
MINISTRY OF DEFENCE
RAJYA SABHA

QUESTION NO 51

ANSWERED ON 28.04.2015

Premature retirement by Defence Officers

51 Shri B.K. Hariprasad
Will the Minister of DEFENCE be pleased to satate :-

(a) whether there is a significant rise in the number of Defence Officers / Non-Commissioned Officers (NCOs) opting for premature retirement;

(b) if so, the number of officers and NCOs who opted for premature retirement during each of the last three years and in the current year so far in each of the three wings of Armed Forces along with the reasons attributed thereto;
(c) the grounds identified for such an approach and the level or the rank at which such retirement has been generally sought; and

(d) the reaction of Government thereto?

ANSWER

MINISTER OF DEFENCE (SHRI MANOHAR PARRIKAR)

(a) to (d): A Statement* is laid on the Table of the House.
* (Available only in Hindi)

भारत सरकार
रक्षा मंत्रालय
रक्षा विभाग
राज्य सभा

तारांकित प्रश्न संख्या 51

28 अप्रैल, 2015 को उत्तर के लिए



रक्षा अधिकारियों की समय से पूर्व सेवानिवृत्ति

*51. श्री बी.के. हरिप्रसाद :


क्या रक्षा मंत्री यह बताने की कृपा करेंगे किः


(क) क्या समय से पूर्व सेवानिवृत्ति का विकल्प चुनने वाले रक्षा अधिकारियों/गैर-कमीशन प्राप्त अधिकारियों की संख्या में उल्लेखनीय रूप से वृद्धि हुई है ;


(ख) यदि हां, तो सशस्त्र सेना की तीनों शाखाओं में से प्रत्येक में विगत तीन वर्षों में प्रत्येक वर्ष में और वर्तमान वर्ष में अब तक समय से पूर्व सेवानिवृत्ति का विकल्प चुनने वाले अधिकारियों तथा गैर-कमीशन प्राप्त अधिकारियों की संख्या कितनी-कितनी है और इसके लिए इन अधिकारियों ने क्या कारण बताए हैं ;


(ग) इस प्रकार की प्रवृत्ति के लिए किन-किन कारणों का पता चला है और इस प्रकार सेवानिवृत्ति की मांग सामान्यतया किस स्तर या रैंक के अधिकारियों द्वारा की गई है ; और


(घ) इस संबंध में सरकार की क्या प्रतिक्रिया है ?


उत्तर

रक्षा मंत्री (श्री मनोहर पर्रीकर)


(क) से (घ): एक विवरण सभा पटल पर रखा जाता है ।


रक्षा अधिकारियों की समय से पूर्व सेवानिवृत्ति पर राज्य सभा में 28 अप्रैल, 2015 को उत्तर दिए जाने के लिए तारांकित प्रश्न सं. 51 के भाग (क) से (घ) के उत्तर में उल्लिखित विवरण


(क) से (ग): पिछले तीन वर्षों और चालू वर्ष के दौरान सशस्त्र बलों में समय से पूर्व सेवानिवृत्ति के ब्यौरे इस प्रकार हैः-

वर्ष सेना नौसेना वायुसेना
अफसर अन्य रैंक अफसर नौसैनिक अफसर एयरमेन
2012 275 12928 132 21 157 827
2013 221 14252 96 10 131 888
2014 120 12703 91 5 108 609
2015 18
(20.04.2015 तक)
* 19 2 27

(27.04.2015 तक)
160

(22.04.2015 तक)

* वर्तमान में आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं ।

समय पूर्व सेवानिवृत्ति चाहने के मुख्य कारणों में अनुकंपा आधार, चिकित्सा आधार, घरेलू कारण, अन्य सरकारी सिविल/सशस्त्र बलों में रोजगार, शिक्षा का आधार एवं अधिक्रमण शामिल हैं ।
सेना में, अधिकांश अफसर जो समयपूर्व सेवानिवृत्ति लेना चाहते हैं, कर्नल तथा लेफ्टिनेंट कर्नल के रैंक के अफसर हैं । नौसेना के मामले में, जो अधिकांश अफसर समयपूर्व सेवानिवृत्ति लेना चाहते है, कमांडर रैंक के अफसर हैं । वायुसेना के लिए, ऐसा कोई रैंक तय नहीं है, जिस पर समयपूर्व सेवानिवृत्तियां होती हैं ।
(घ) सरकार ने समयपूर्व सेवानिवृत्ति को रोकने के लिए विभिन्न कदम उठाए हैं जिनमें संशोधित वेतन ढांचे के साथ छठे केंद्रीय वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करना, विवाहित आवास परियोजना (एमएपी) के माध्यम से अतिरिक्त पारिवारिक आवास तथा सशस्त्र बलों में पदोन्नति के अवसरों में सुधार शामिल हैं ।
इसके अतिरिक्त, सरकार ने रक्षा कार्मिकों के लिए उचित वातावरण तैयार करने के लिए विभिन्न कदम उठाए हैं जिससे कि वे बिना किसी मानसिक तनाव के अपने कर्तव्य का निर्वहन कर सकें । इनमें बेहतर अवसंरचना तथा सुविधाओं के माध्यम से रहन-सहन तथा कामकाज की दशाओं में सुधार, छुट्टी की उदारीकृत नीति, एक शिकायत निवारण तंत्र की स्थापना, योग्य सलाहकारों द्वारा मनोचिकित्सा संबंधी परामर्श उपलब्ध कराना तथा एक यूनिट रूटीन के रूप में योग तथा ध्यान का संचालन जैसे कुछ उपाय शामिल है ।

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Source: HINDI_VERSION
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