Declaration of Sainik Schools as Institute of National importance सैनिक स्कूलों को राष्ट्रीय महत्व के संस्थान घोषित करना

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Declaration of Sainik Schools as Institute of National importance सैनिक स्कूलों को राष्ट्रीय महत्व के संस्थान घोषित करना

Declaration of Sainik Schools as Institute of National importance सैनिक स्कूलों को राष्ट्रीय महत्व के संस्थान घोषित करना

GOVERNMENT OF INDIA
MINISTRY OF DEFENCE
DEPARTMENT OF DEFENCE
LOK SABHA
UNSTARRED QUESTION NO. 1404
TO BE ANSWERED ON 10th February, 2023

DECLARATION OF SAINIK SCHOOLS AS INSTITUTE OF NATIONAL IMPORTANCE

1404. SHRI S. MUNISWAMY:
Will the Minister of DEFENCE be pleased to state:

(a) whether the existing 33 Sainik Schools are being declared as the institutes of national importance;

(b) if so, the details thereof and if not, the reasons therefor along with the hurdles in considering these Schools as the institutes of national importance;

(c) whether the Government recognizes the fact that the alumni of these Sainik Schools have been instrumental in nation building, if so, the details thereof;

(d) whether the Government proposes to confer the institute of national importance status to a few schools like Sainik School Vijayapura (Bijapur), Sainik School Rewa, Sainik School Satara, Sainik School Chittorgarh and others which bring in the best out of cadets and have highly decorated alumni especially in the armed forces; and

(e) if so, the details thereof?

A N S W E R

MINISTER OF STATE (SHRI AJAY BHATT)
IN THE MINISTRY OF DEFENCE

(a) to (e): There is no proposal to declare the 33 Sainik Schools functioning under erstwhile pattern as institute of National Importance. Nevertheless, the Government recognizes the importance of Sainik Schools in imparting quality education to its cadets for shaping the future leaders of the country. These Saink Schools have truly created nation builders and also highly illustrious leaders especially in the armed forces at various levels. The Government also recognizes the alumni of these schools as one of the pillars and strength and they have been helping financially and building an atmosphere of Bon-homie/healthy bonding between the students and ex-students of Sainik Schools. Towards this, out of 33 existing Sainik Schools, being run by Sainik Schools Society under the erstwhile pattern, 23 older Schools have Alumni Association. Further, in order to extend the quality education imparted in Sainik Schools to all areas of the country, the Government initiated and approved a scheme to set up 100 new Sainik Schools in partnership mode with NGOs/Private Schools/State Government Schools in all States/UTs. Under this scheme, Sainik Schools Society has signed Memorandum of Agreement (MoA) with 18 New Sainik Schools.

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भारत सरकार
रक्षा मंत्रालय
रक्षा विभाग
लोक सभा
अतारांकित प्रश्न संखया 1404
10 फरवरी, 2023 को उत्तर के लिए

सैनिक स्कूलों को राष्ट्रीय महत्व के संस्थान घोषित करना

1404. श्री एस. मुनिस्वामी :
क्या रक्षा मंत्री यह बताने की कृपा करेंगे कि :

(क) क्या वर्तमान 33 सैनिक स्कूलों को राष्ट्रीय महत्व के संस्थानों के रूप में घोषित किया जा रहा है ;

(ख) यदि हां, तो तत्संबंधी ब्योरा क्या है और यदि नहीं, तो इसके कया कारण हैं और उक्त विद्यालयों को राष्ट्रीय महत्व का संस्थान बनाए जाने पर विचार करने में क्या बाधाएं आ रही हैं;

(ग) क्या सरकार इस तथ्य को मानती है कि उक्त सैनिक स्कूलों के पूर्व छात्रों ने राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और यदि हां, तो तत्संबंधी ब्यौरा क्‍या है ;

(घ) क्या सरकार का सैनिक स्कूल विजयपुरा (बीजापुर), सैनिक स्कूल रीवा, सैनिक स्कूल सतारा, सैनिक स्कूल चित्तौड़गढ़ और इस प्रकार के कुछ अन्य स्कूलों को जो कैडेटों में सर्वश्रेष्ठ गुणों का विकास करते हैं और व हो के पूर्व छात्र विशेष रूप से सशस्त्र बलों में उच्च सम्मानों से पुरस्कृत हैं, राष्ट्रीय महत्व के संस्थान का दर्जी देने का विचार है; और

(5.) यदि हां, तो तत्संबंधी ब्यौरा क्‍या है ?

उत्तर

रक्षा मंत्रालय में राज्य मंत्री (श्री अजय भट्ट)

(क) से (ड.) पूर्व पैटर्न के तहत संचालित 33 सैनिक स्कूलों को राष्ट्रीय महत्व के संस्थान के रूप में घोषित करने का कोई प्रस्ताव नहीं है । फिर भी, सरकार देश के भावी लीडर्स को तैयार करने के लिए अपने कैडेट्स को गुणवत्तापरक शिक्षा प्रदान करने में सैनिक स्कूलों के महत्व को मानती है | इन सैनिक स्कूलों ने सच्चे अर्थों में राष्ट्र निर्माता तैयार किए हैं और इसके साथ ही विभिन्‍न स्तरों पर विशेषतः  शस्त्र सेनाओं में अत्यंत प्रख्यात लीडर्स भी तैयार किए हैं | सरकार इन स्कूलों के पूर्व छात्रों को मजबूत स्तंभों और योग्यता के प्रतीक के रूप में मानती है और वे सैनिक स्कूल के छात्रों और पूर्व छात्रों की वित्तीय सहायता करते रहे हैं और इनके बीच मिलन सारी /स्वस्थ माहौल तैयार करने में मदद करते रहे हैं | पूर्व पैटन के तहत सैनिक स्कूल सोसायटी द्वारा संचालित 33 मौजूदा सैनिक स्कूलों में से 23 पुराने स्कूलों में पूर्व छात्र संघ हैं । इसके अलावा, देश के सभी क्षेत्रों में सैनिक स्कूलों में गुणवत्तापरक शिक्षा प्रदान करने के लिए सरकार ने सभी राज्य/ संघ राज्य क्षेत्रों में एनजीओ / निजी स्कूलों / राज्य सरकार के स्कूलों के साथ भागीदारी मोड में 100 नए सैनिक स्कूल स्थापित करने के लिए एक योजना की शुरूआत की है और इसे अनुमोदित किया है | इस योजना के तहत, सैनिक स्कूल सोसाइटी ने 18 नए सैनिक स्कूलों के साथ समझौता ज्ञापन (एमओए) पर हस्ताक्षर किए हैं ।

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