Demand for considering Ticket Checking Staff as Running Staff टिकट जांच कर्मचारियों को रनिंग कर्मचारियों का दर्जा देने की मांग

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Demand for considering Ticket Checking Staff as Running Staff टिकट जांच कर्मचारियों को रनिंग कर्मचारियों का दर्जा देने की मांग

Demand for considering Ticket Checking Staff as Running Staff टिकट जांच कर्मचारियों को रनिंग कर्मचारियों का दर्जा देने की मांग

GOVERNMENT OF INDIA
MINISTRY OF RAILWAYS

RAJYA SABHA
UNSTARRED QUESTION NO. 580
ANSWERED ON 05.02.2021

DEMANDS OF TTEs IN RAILWAYS

580. SHRI M. SHANMUGAM:

Will the Minister of RAILWAYS be pleased to state:

(a) whether the demands of Train Ticket Examiners (TTEs) are pending in the Ministry for consideration;

(b) if so, the details thereof;

(c) the reasons for not considering TTEs as “running staff” when they are working for more than ten hours, against [LO Convention; and

(d) whether any meeting is being held with trade unions for resolving the genuine problems and fulfilling the demands of TTEs and if so, the details thereof?

ANSWER

MINISTER OF RAILWAYS, COMMERCE & INDUSTRY AND
CONSUMER AFFAIRS, FOOD & PUBLIC DISTRIBUTION

(SHRI PIYUSH GOYAL)

(a) & (b): Yes, Sir. The demand for considering Ticket Checking Staff as Running Staff was received from IRTCSO (Indian Railway Ticket Checking Staff Organization) and many Hon’ble Members of Parliament.

(c): A committee to examine the demand for consideration of Ticket Checking Staff as Running Staff has been constituted.

(d): Meetings with the Federations are held from time to time. The issues brought forward during the meetings are noted for taking necessary action and the Federations are informed of the progress made on such issues. It is a continuous and ongoing process.

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भारत सरकार
रेल मंत्रालय

राज्य सभा
05.02.2021 के
अतारांकित प्रश्न सं. 580 का उत्तर

रेलवे में टीटीई की माँगें

580. श्री एम. शनमुगमः
क्या रेल मंत्री यह बताने की कृपा करेंगे किः

(क) कया मंत्रालय के पास रेलगाड़ी टिकट जांचकर्ताओं (टीटीई) की मांगें विचार हेतु लंबित हैं;

(ख) यदि हां, तो तत्संबंधी ब्यौरा क्या है;

(ग) टीटीई को “रनिंग स्टाफ” नहीं माने जाने के क्‍या कारण हैं, जबकि वे आईएलओ कन्वेशन के विरूद्ध दस घंटे से ज्यादा कार्य कर रहे हैं; और

(घ) क्या टीटीई की वास्तविक समस्याओं का समाधान करने और उनकी मांगों को पूरा करने के लिए मज़दूर यूनियनों के साथ कोई बैठक आयोजित की जा रही है और यदि हां, तो तत्संबंधी ब्यौरा क्या है?

उत्तर

रेल, वाणिज्य एवं उदयोग और
उपभोक्ता मामले, खादय एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री
(श्री पीयूष गोयल)

(क) और (ख): जी हां। आईआरटीसीएसओ (भारतीय रेलवे टिकट जांच कर्मचारी संगठन) और अधिकांश माननीय संसद सदस्यों से टिकट जांच कर्मचारियों को रनिंग कर्मचारियों का दर्जा देने पर विचार करने के लिए मांग प्राप्त हुई थी।

(ग): टिकट जांच कर्मचारियों को रनिंग कर्मचारियों का दर्जा देने पर विचार करने हेतु मांग की जांच करने के लिए एक समिति का गठन किया गया है।

(घ) : समय-समय पर महासंघों के साथ बैठकें आयोजित की जाती हैं। बैठकों के दौरान उठाए गए मुद्दों को अपेक्षित कार्रवाई के लिए नोट किया जाता है और इस प्रकार के मामलों पर हुई प्रगति के संबंध में महासंघों को सूचित किया जाता है। यह निरंतर चलने वाली सतत प्रक्रिया है।

Source: Rajya Sabha PDF

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