पारिवारिक पेंशन पाने के लिए तलाकशुदा बेटियों के लिए नियमों में ढील/Rules relaxed for divorced daughters to receive Family Pension – Dr. Jitendra Singh

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पारिवारिक पेंशन पाने के लिए तलाकशुदा बेटियों के लिए नियमों में ढील/Rules relaxed for divorced daughters to receive Family Pension – Dr. Jitendra Singh

पारिवारिक पेंशन पाने के लिए तलाकशुदा बेटियों के लिए नियमों में ढील/Rules relaxed for divorced daughters to receive Family Pension – Dr. Jitendra Singh

कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन मंत्रालय
पत्र सूचना कार्यालय
भारत सरकार

Dated: 26 SEP 2020

पारिवारिक पेंशन पाने के लिए तलाकशुदा बेटियों के लिए नियमों में ढील:  डॉ.जितेंद्र सिंह

पारिवारिक पेंशन पाने के लिए तलाकशुदा बेटियों के लिए नियमों में ढील दे दी गई है और एक बेटी अब पारिवारिक पेंशन पाने की हकदार होगी, भले ही तलाक अंतिम रूप से हुआ न रहा हो लेकिन तलाक की याचिका उसके मृत माता पिता कर्मचारी /पेंशनभोगी के जीवन काल के दौरान ही उसके द्वारा दायर कर दी गई थी।

पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग द्वारा लाए गए कुछ महत्वपूर्ण सुधारों के बारे में मीडिया को जानकारी देते हुए केंद्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास (डोनर) राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा, एवं अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ.जितेंद्र सिंह ने कहा कि पहले के नियमों में किसी तलाकशुदा बेटी को पारिवारिक पेंशन के भुगतान का प्रावधान तभी था जब तलाक उसके मृत माता पिता कर्मचारी /पेंशनभोगी या उसकी पत्नी/पति के जीवन काल के दौरान ही हो गया रहा हो। नया परिपत्र न केवल पेंशन प्राप्त करने वाले व्यक्तियों के जीवन में सुगमता लाएगा बल्कि तलाकशुदा बेटियों के लिए समाज में सम्मानजनक एवं समान अधिकार भी सुनिश्चित करेगा।

डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि किसी दिव्यांग शिशु या उसके भाई बहन को पारिवारिक पेंशन की मंजूरी के लिए भी आदेश जारी कर दिए गए हैं भले ही दिव्यांग प्रमाणपत्र पेंशनभोगी माता पिता की मृत्यु के बाद प्रस्तुत किया गया हो लेकिन विकलांगता माता पिता की मृत्यु से पहले ही हो गई हो। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार, दिव्यांग पेंशनभोगियों के जीवन में सुगमता लाने के लिए सहायक के लिए परिचारक भत्ता भी 4,500 रुपये प्रति महीने से बढ़ा कर 6,700 रुपये कर दिया गया है।

डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि पेंशन विभाग द्वारा डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र के संबंध में सर्वाधिक उल्लेखनीय पहल की गई है। ऐसे वरिष्ठ नागरिकों के सामने आने वाली समस्याओं को ध्यान में रखते हुए, जो सेवानिवृत्ति के बाद अपने बच्चों के साथ विदेशों में चले गए हैं और वहीं बस गए हैं, उनके लिए जीवन प्रमाणपत्र उपलब्ध कराने एवं पारिवारिक पेंशन आरंभ करने पर समेकित निर्देशों पर परिपत्र लाया गया है जिसके द्वारा संबंधित बैंक की विदेश स्थित शाखाओं तथा भारतीय दूतावास/वाणिज्य दूतावास/उच्चायोग को वहीं जीवन प्रमाणपत्र उपलब्ध कराने एवं पारिवारिक पेंशन आरंभ करने के निर्देश दे दिए गए हैं।

डॉ.जितेंद्र सिंह ने कहा कि इसी के साथ-साथ सभी पेंशन संवितरण बैंकों को उन पेंशनभोगियों के लिए उनके दरवाजे पर ही जीवन प्रमाणपत्र उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं जो बैंक जा पाने में असमर्थ हैं।

एमजी/एएम/एसकेजे/डीके


Ministry of Personnel, Public Grievances & Pensions
Press Information Bureau
Government of India

Dated: 26 SEP 2020

Rules relaxed for divorced daughters to receive Family Pension: Dr. Jitendra Singh

Rules have been relaxed for divorced daughters to receive Family Pension and now a daughter will be entitled to receive the Family Pension even if the divorce had not finally taken place but the divorce petition had been filed by her during the lifetime of her deceased parent employee/pensioner.

Disclosing this while briefing the media about some of the important reforms brought in by the Department of Pension and Pensioners’ Welfare, Union Minister of State (Independent Charge) Development of North Eastern Region (DoNER), MoS PMO, Personnel, Public Grievances, Pensions, Atomic Energy and Space, Dr Jitendra Singh said that the earlier Rule provided for payment of Family Pension to a divorced daughter only if the divorce had taken place during the lifetime of deceased parent pensioner or his spouse. The new circular will not only bring ease in the life of pension receiving individuals but also ensure respectable and equitable rights for the divorced daughters in the society.

Orders have also been issued for grant of Family Pension to a Divyang child or sibling even if the Disability Certificate is produced after the death of the pensioner parent but the disability had occurred before the death of the parents. Similarly, to bring ease of living for the Divyang pensioners, Dr Jitendra Singh said, the Attendant Allowance for the helper has been increased from Rs. 4,500 per month to Rs.6,700 per month.

Dr Jitendra Singh said, one of the most noteworthy initiatives taken by the Pension Department is with regard to the Digital Life Certificate. Keeping in view the difficulty faced by the senior citizens who have gone and settled abroad with their children after retirement, he said, circular has been brought out on Consolidated Instructions on Life Certificate and commencement of Family Pension for those living abroad vide which the concerned Bank Branch abroad and the Indian Embassy/ Consulate/High Commission have been instructed to provide Life Certificate and commencement of Family Pension there itself.

At the same time, Dr Jitendra Singh said, all Pension Disbursing Banks have been instructed to provide doorstep Life Certificate to those pensioners who are unable to visit the bank.

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Source: PIB ( ENGLISH )

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